महामारी की घटना से जुड़ी है डोल मेला का इतिहास – हरिनाथ साहू

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कांके, रांची – श्री श्री महावीर मंडल केंद्रीय पूजा समिति के तत्वावधान में सुकुरहुटू में 107वां रामनवमी डोल मेला अत्यंत श्रद्धा और उल्लास के साथ शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हुआ। इस अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु राम भक्तों ने भाग लिया और भगवान श्रीराम की झांकी तथा डोला का भव्य दर्शन किया।

मुख्य अतिथि के रूप में कांके क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक श्री सुरेश कुमार बैठा तथा उद्घाटनकर्ता के रूप में रांची के पूर्व सांसद श्री रामटहल चौधरी उपस्थित हुए। विशिष्ट अतिथि के रूप में लोकहित अधिकार पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रमोद प्रसाद गुप्ता, युवा नेता देवेंद्र महतो, जिला परिषद सदस्य सुषमा देवी, पूर्व उपाध्यक्ष पार्वती देवी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता एवं समाजसेवी उपस्थित रहे।

विधायक सुरेश बैठा ने संबोधन में कहा कि “हम सभी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता है, जिससे एक बेहतर समाज का निर्माण संभव है।”
पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने मेला आयोजकों को शुभकामनाएं देते हुए विजेता अखाड़ा प्रतिभागियों को तलवार, महावीरी ध्वज और मोमेंटो देकर सम्मानित किया।

मेले के दौरान पारंपरिक अखाड़ा प्रतियोगिता में लाठी, तलवार, भाला एवं अन्य अस्त्र-शस्त्रों के साथ कलाकारों द्वारा दिखाए गए युद्ध कौशल ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

आयोजन समिति के अध्यक्ष हरिनाथ साहू ने जानकारी दी कि इस मेले की शुरुआत आज से 107 वर्ष पूर्व एक भयंकर महामारी के समय हुई थी, जब अयोध्या से आए संतों ने बाल स्वरूप में श्रीराम के जन्मोत्सव का आयोजन करवाया था, जिससे लोगों को महामारी से राहत मिली। तभी से यह परंपरा लगातार चलती आ रही है।

इस आयोजन को सफल बनाने में समिति के सदस्यों, कांके थाना प्रशासन, ग्राम पंचायतों और क्षेत्र के तमाम सामाजिक कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

डोल मेला का समापन भगवान श्रीराम की भव्य झांकी और नगर भ्रमण के साथ गाजे-बाजे के साथ धूमधाम से किया गया।

 

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Author: news100 livetv

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