रांची, 25 सितंबर 2024: झारखंड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत द्वारा अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, राजभवन (जाकिर हुसैन पार्क के पास), रांची के समक्ष अनिश्चितकालीन आमरण अनशन सह धरना प्रदर्शन आज तीसरे दिन भी जारी है। इस धरने की अध्यक्षता राज्य अध्यक्ष श्री कृष्ण दयाल सिंह ने की, जबकि संचालन गुमला जिला कोषाध्यक्ष श्री भैया राम तुरी ने किया।
आमरण अनशन में राज्य अध्यक्ष श्री कृष्ण दयाल सिंह, श्री बालेश्वर महतो कल से ही अनशन पर हैं, और आज उनके साथ श्री परमेश्वर पासवान (गिरिडीह जिला), श्री प्रीतम कुमार पासवान (गोड्डा जिला), श्री सत्य नारायण सरकार (महेशपुर थाना, पाकुड़ जिला) और श्री निमाईचंद रजवार (अमलाबाद थाना, बोकारो जिला) भी शामिल हो गए हैं। इस समय अनशन में कुल 6 लोग हैं, और सैकड़ों चौकीदार उनका समर्थन कर रहे हैं। आज श्री बालेश्वर महतो को गंभीर हालत में सदर अस्पताल, रांची में भर्ती कराया गया, जबकि अन्य अनशनकारियों की स्थिति भी नाजुक बनी हुई है।
श्री सिंह ने झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि सेवा विमुक्त चौकीदारों, एवजी चौकीदारों और अनुकंपा के आधार पर रिक्त बीटों की नियुक्ति प्रक्रिया को तत्काल रोका जाए। उन्होंने कहा कि झारखंड उच्च न्यायालय ने सरायकेला खरसावां और गिरिडीह जिलों में इस प्रक्रिया पर रोक लगाई है, इसलिए इस प्रक्रिया को राज्य के अन्य जिलों में भी रद्द किया जाना चाहिए।
श्री सिंह ने यह भी कहा कि झारखंड चौकीदार संवर्ग नियमावली, 2015 की धारा 2(9) के अनुसार 100 से 120 आवासीय घरों के लिए बिना नया बीट सृजित किए विज्ञापन निकालना नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने झारखंड सरकार से मांग की है कि सेवा विमुक्त चौकीदारों को सेवा में पुनः बहाल किया जाए और एवजी चौकीदारों को पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया के अनुसार नियुक्त किया जाए। साथ ही, भारतीय संविधान के अनुच्छेद 16(4) के तहत अनुकूल अध्यादेश जारी किया जाए।
अनशनकारियों की प्रमुख मांगों में शामिल हैं:
सेवा विमुक्त चौकीदारों को पुनः सेवा में बहाल करने का आदेश सभी उपायुक्तों को देना।
सेवा विमुक्त, एवजी और अनुकंपा के आधार पर निकाले गए विज्ञापनों को रद्द करना।
01 जनवरी 1990 के पूर्व और बाद में सेवा निवृत्त चौकीदारों के आश्रितों की नियुक्ति पूर्व प्रक्रिया के अनुसार करना।
रामगढ़ जिले में चौकीदारों की रिक्तियों पर की गई अवैध नियुक्तियों को रद्द करना।
सेवा विमुक्त और एवजी चौकीदारों की नियुक्ति के लिए अध्यादेश जारी करना।
31 दिसंबर 1989 को सेवा निवृत्त चौकीदारों के आश्रितों की नियुक्ति झारखंड कैबिनेट द्वारा पारित संकल्प के आलोक में करना।
अनुकंपा के आधार पर आश्रितों में पोता और नाती को जोड़ना।
पुलिस की तरह चौकीदार दफादारों को भी 13 माह का वेतन देने की व्यवस्था लागू करना।
इस अनिश्चितकालीन धरने में प्रमुख रूप से श्री भयाराम तुरी, ओमप्रकाश राय, भुनेश्वर सिंह, नौशाद आलम, विजय वर्मा, अनिल कुजूर, मिहिर मॉल, फटीक मॉल, हेदवी मॉल, प्रवीण मॉल, पप्पू कुमार राय, अनुज कुमार राय, कृष्णा यादव, पप्पू पासवान, गुड्डू पासवान, सबिता देवी, सोहागनी मुर्मू, कमलेश पासवान, हरिद्वार माझी, सोनू महतो, रघुनाथ राम और देवेंद्र पासवान आदि शामिल थे।
