रांची, 22 सितंबर 2024: झारखंड तैलिक साहू सभा की प्रदेश कार्य समिति की एक अहम बैठक एवं सम्मान समारोह आज एम बैंक्विट हॉल, अरगोड़ा चौक, रांची में संपन्न हुआ। इस बैठक में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर तैलिक समाज की राजनीतिक स्थिति और दिशा पर गंभीर चर्चा की गई। सभा में झारखंड के 24 जिलों से प्रदेश अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, सचिव, और कार्यसमिति के अन्य सदस्य शामिल हुए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश प्रभारी श्री मुकेश नंदन ने की, जिन्होंने संगठन के बेहतर कार्य को ध्यान में रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष और पूरी प्रदेश समिति का कार्यकाल एक वर्ष के लिए बढ़ाने की घोषणा की।
मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के विधायक डॉ. खिलावन साहू ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ में तेली समाज की एकजुटता के कारण 12 विधायक चुनकर आए हैं, और झारखंड में भी इसी तर्ज पर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने झारखंड के तैलिक समाज से अपील की कि वे अपने राजनीतिक अधिकारों के लिए संगठित हों और एक मजबूत मोर्चा तैयार करें।
झारखंड तैलिक साहू सभा के प्रदेश अध्यक्ष महेश महतो ने कहा, “झारखंड में 40 लाख की आबादी के बावजूद तेली समाज को राजनीतिक उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा है।” महासचिव मदन साहू ने इस बात पर जोर दिया कि तेली समाज को केवल वोट बैंक के रूप में देखा जाता है, जबकि युवा अध्यक्ष दिलीप साहू ने कहा कि समाज के लोग शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़कर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करेंगे।
रांची जिला अध्यक्ष कुमार रोशन ने बताया कि जल्द ही रांची के रिंग रोड पर समाज के भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ होगा और मौजूदा सरकार से तेली घानी बोर्ड के गठन की मांग को लेकर आंदोलन तेज किया जाएगा।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के पूर्व विधायक सह अखिल भारतीय तैलिक साहू सभा के कार्यकारी अध्यक्ष श्री सीयाराम साहू, मुख्य संरक्षक विजय साहू, प्रदेश कोषाध्यक्ष ललित नारायण साहू, सुनील साहू, प्रदेश महिला अध्यक्ष अनीता गुप्ता, प्रदेश युवा महासचिव राज किशोर साहू, और सभी 24 जिलों के अध्यक्ष सहित अन्य प्रमुख नेता उपस्थित रहे।
बैठक का मुख्य संदेश था: “तेली समाज को टिकट नहीं, तो वोट नहीं।” तेली समाज के सदस्यों ने राजनीतिक दलों को स्पष्ट संदेश दिया कि अगर उन्हें उचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं मिला, तो उनके वोट किसी और दिशा में जाएंगे।
