रांची, 25 सितंबर 2024: आज कुछ मीडिया माध्यमों में श्री चम्पाई सोरेन, माननीय पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड सरकार की सुरक्षा में कटौती संबंधी खबरें प्रसारित की गई हैं। इस संबंध में यह स्पष्ट किया जाता है कि श्री चम्पाई सोरेन की सुरक्षा उनके सुरक्षा श्रेणी के अनुरूप पूरी तरह से बरकरार है, और मीडिया में चल रही खबरें भ्रामक हैं।
मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए श्री चम्पाई सोरेन “जेड प्लस” (एएसएल सहित) श्रेणी के अंतर्गत थे। वर्तमान में उन्हें “जेड प्लस” (एएसएल रहित) श्रेणी से सुरक्षा प्राप्त है। इसके तहत, उनके पास अनुमान्य से अधिक सुरक्षा बल तैनात है। सुरक्षा बल की विस्तृत विवरणी इस प्रकार है:
- विशेष शाखा से अंगरक्षक: 06
- सरायकेला-खरसावां से अंगरक्षक: 05
- सरायकेला-खरसावां से (पूर्व मुख्यमंत्री आवास सुरक्षा, रांची): 17
- जैप-01, डोरण्डा, रांची (पायलट एवं स्कॉर्ट): 09
- सरायकेला-खरसावां से (पूर्व मुख्यमंत्री आवास सुरक्षा, जिलिंगगोड़ा): 14
- रांची (पूर्व मुख्यमंत्री आवास सुरक्षा, रांची): 12
कुल मिलाकर, श्री सोरेन के साथ 63 पुलिस कर्मी अत्याधुनिक हथियारों और सुरक्षा उपकरणों से लैस हैं, जिनमें AK-47, इंसास राइफल, पिस्टल, LMG, मेटल डिटेक्टर और वायरलेस सेट शामिल हैं। इसके अलावा, उनके पुत्र श्री बाबूलाल सोरेन को 02 अंगरक्षक, और उनके सलाहकार श्री धर्मेन्द गोस्वामी को 03 अंगरक्षक एवं 01/04 आवास गार्ड प्रदान किए गए हैं। इस प्रकार, कुल 78 पुलिस कर्मी और 05 ड्राइवर प्रतिनियुक्त किए गए हैं।
वाहन विवरण: मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद श्री सोरेन के पास निम्नलिखित 07 वाहन उपलब्ध हैं:
- Fortuner: 03
- Scorpio: 01
- B.P. Safari: 01
- Gypsy: 02
इनमें से 03 Fortuner और 01 Scorpio वाहन पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यकाल में उनके सुरक्षा काफिले (कारकेड) का हिस्सा थीं। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बावजूद, ये वाहन श्री सोरेन के साथ प्रतिनियुक्त थीं, जो कि सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत मुख्यमंत्री काफिले का हिस्सा बनी रहनी चाहिए थीं। अब इन चारों वाहनों को मुख्यमंत्री कारकेड के लिए वापस मंगाया गया है।
वर्तमान में श्री सोरेन के पास निम्नलिखित 05 वाहन प्रतिनियुक्त हैं:
- B.P. Safari – 01
- Gypsy – 02
- Jammer Scorpio – 01
- Innova – 01
इस प्रकार, “जेड प्लस” (एएसएल रहित) सुरक्षा श्रेणी के तहत श्री चम्पाई सोरेन को पर्याप्त सुरक्षा बल और वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। अतः मीडिया में चल रही सुरक्षा कटौती की खबरें पूरी तरह से निराधार और भ्रामक हैं।
द्वारा:
मीडिया सेल, पुलिस मुख्यालय, झारखंड, रांची
